उत्तम तप धर्म | इच्छाओं को रोकना या जीतना ही तप हैं | जिनशरणम तीर्थधाम, 25 सितम्बर 2023

 


उत्तम तप धर्म | इच्छाओं को रोकना या जीतना ही तप हैं | जिनशरणम तीर्थधाम, 25 सितम्बर 2023

जीवन एक तपस्या एक बात याद रखना जहां तपस्या है वहां समस्या नहीं हो रहा करती है और समस्याओं को मिटाना है तो तपस्या करना बहुत जरूरी है तब के किसी को कुछ प्राप्त नहीं हुआ आज आप जहां पर बैठे हैं जी मोड पर है जी स्थान पर हैं जी ऊंचाई पर है जहां भी हैं उसके पीछे कहानी ना कहानी कोई तप हमारे साथ रहा है विद्यार्थी डिग्रियां पता है तो उसके पीछे भी तब चला करता है व्यापार करते हैं तो वह भी एक तपस्या है आप ग्रस्त जीवन जीते हैं वह भी एक तपस्या है और एक बच्चे को पाल पोज कर बड़े करते हैं वह भी एक तपस्या हुआ करती है आप नाम कमाते हैं तो वह भी एक तपस्या है आप इज्जत शोहरत कमाते हैं तो वह भी किसी तपस्या से कम नहीं हुआ करता है बिना टपके तो जीवन चला ही नहीं है आदमी का जन्म होता है 9 महीने गर्भ में रहना वही भी एक तपस्या है और 9 महीने अपने पेट में किसी बच्चे को रखना वही भी एक तपस्या हुआ करती है इस जीवन को बचपन में जीना भी एक तपस्या है जवानी तक आना एक तपस्या है और जीवन का विसर्जन कर देना यह भी एक तपस्या कहां नहीं है मुसीबतें उतार-चढ़ाओ हम धर्म क्षेत्र के तपस्वी हैं आप संसार के तपस्वी हैं लेकिन कभी-कभी ऐसा लगता है की धर्म क्षेत्र की तपस्या बहुत बड़ी तपस्या होती है मैं कहता हूं हमारी तपस्या कम है और तुम्हारी तपस्या ज्यादा हुआ करती है फल कितना है की तुम्हारा लक्ष्य अलग है हमारा लक्ष्य अलग है यदि इस जीवन भर की तपस्या का थोड़ा सा लक्ष्य बादल दिया जाए तो यही तपस्या तुम्हारी कल्याण और निर्माण में करण बन शक्ति है ध्यान रखना आपकी दुकान बहुत चलती है तीन बार आवाज आई है भजन कर लो भजन कर लो आदमी कहता है चुप रहो अभी मेरे पास समय नहीं है कस्टमर खड़ा है ग्रह खड़ा है मेरे पास भजन करने का समय नहीं है जब सीजन आता है ना ये पर्यूषण बरसात में क्यों आता है क्योंकि अभी तुम्हारा मंडा है और हमारा धंधा है धंधा है तुम्हारा धंधा और हमारा बांदा शुरू हो जाएगा फिर ना भजन की शुद्ध है ना पानी की शुद्ध है बस आने दो आने दो जैसा भी हो रहा है तपस्या है अभी आपको बीपी की बीमारी हो जाए डॉक्टर रहेगा नमक नहीं खाना आप छोड़ दें शुगर की बीमारी हो जाए मीठा नहीं खाना आप छोड़ देंगे हम कितना भी बोले वो छुटने वाला नहीं है जान रखना तुम्हारी जिंदगी एक डॉक्टर ही सुधार सकता है यदि जीवन के लक्ष्य को पता है तो डॉक्टर से जिंदगी में सुधरवाओ सुधारवाना है तो धर्म से जिंदगी को परिवर्तित करो तुम्हारा जीवन सार्थक और सफल हो जाए तपस्या तुम्हारी तपस्या है आनंदीक्षाओं की [संगीत] तुम्हारी तपस्या है आकांक्षाओं की पूर्ति की तुम्हारी तपस्या है वासना की पूर्ति की और हमारी तपस्या भगवान महावीर की तपस्या किसी चीज की पानी की नहीं है जो इच्छाएं हैं उनको मिटाने की तपस्या हुआ करती है एक बात बताओ किसी भी पदार्थ को पन कठिन है या छोड़ना कठिन है आपसे पूछना चाहता हूं आप 10 के 20 करते हैं 20 के हजार करते हैं हजार के लाख करते हैं करोड़ करते हैं विचार करिए आप सोचिए ये करना ज्यादा कठिन है या छोड़ना ज्यादा कठिन है छोड़ना क्यों कठिन है मेरे भगवान से कहा की भगवान ईश्वर से प्रार्थना की ईश्वर बोले क्या चाहिए की बहुत लंबी लिस्ट बंटी है ध्यान रखना मुझे कुछ नहीं चाहिए जो चने की इच्छा है ना उसको मित दे मेरा जीवन साथी चने की वासना बेटा हो चने की इच्छाएं मिटा एक बात याद रखना औरंगाबाद वालों यह जीवन मिला है चाहे तो इच्छाओं की पूर्ति कर लो चाहे तो इच्छाओं का अंत कर लो ध्यान रखना दो में से एक ऑप्शन चुना है आपको चाहे तो पद अर्थ कर लो जी भर के भोगलो चाहे तो इच्छाओं का त्याग कर रहे हो मान्यवर एक मार्ग है भोग का और एक मार्ग है ये भोग भारते ही जाता है बढ़ते ही जाता है बढ़ते ही जाता है सोचा करता हूं भोगो से मुझे जावेगी इच्छा ज्वाला परिणाम निकलता है लेकिन मानो पावन में अग्नि में गी डालते जो अग्नि शांत होगी हमारे पास या तो विषयों को भोगलो या विषयों का त्याग कर लो लेकिन जब जब भोग का मार्ग देखा है ना एक इच्छा की पूर्ति हो नहीं पाती है आनंदीक्षाएं जन्म ले लिया करती हैं इच्छाओं का कोई अंत नहीं हुआ करता है एक की पूर्ति करोगे 10 खड़ी हो जाएगी भजन करने को बैठो रोटी खाता हो ना मां करता है यार इसमें गी होता ना तो खाने में और मजा ए जाता क्या मजा आता गी होता देसी गी होता चलो भाई गी लगा दिया फिर मां रहेगा यार यह रोटी खाता खाता जिंदगी बीट गई पराठा होता तो खाने का और मजा आजमावित होल साथ परत का होता उसमें थोड़ी आजमैने डाली होती है है है खाने का और मजा ए जाता देखो पेट मांग रहा है रोटी मां मांग रहा है परांठा ध्यान रखना पराठा बन गया मां रहेगा यार पुरी होती तो और मजा ए जाता अब पुरी ए गई तो बोली यार इसमें नमकीन पुरी होती तो और मजा ए जाता खाने का नमकीन पुरी ए गई फिर मां रहेगा यार कचोरी होती तो खाने का मजा कुछ और हो जाता ललित भाई कचोरी में थोड़ी सी इमली की खाता आई थोड़ा इंदौर का नमकीन दल जाता ना से है खाने का मजा मां मांगते रहेगा मांगते रहेगा मां डिमांड पर डिमांड करेगा उसके बड़े महाराष्ट्र है ना वो क्या बंटी तुम्हारी परम पुली है पूरनपोली क्या बोलते हो कचोरी इंदौर में लगे महाराज हमारी बात करो ध्यान रखें अनंत हुआ करती हैं निरोध करना तपस्या हुआ करती है मैं भजन नहीं करूंगा अब देखना चौदस के बाद जब परण होगी ना तुम्हारा तुमको मालूम नहीं है ए जो 10 दिन से मा गए भूखे रहने के आने दो पानी पुरी कचोरी अरे 10 दिन सिखाया होगी अपनी धमाकेदार पालना होगी ध्यान रखना है चौदस की बात ऐसा लगेगा चलो कहानी बाहर खाकी आते किसी ढाबे में खाकी आते हैं अरे चलो किसी थेली में खड़े हो जाते हैं थोड़ा चाट पकौड़ी खाता हैं मजा ए जाएगा ध्यान रखना ये 10 दिन जो कंट्रोल किया है सपोर्ट बन के निकलेगा मैंने तो बोलूं की नहीं बोलूं बारामती में उपवास की 5 दिन का उपवास किया मैंने मूड कैंसिल हो गया जिंदगी के विचार करिए जैन समाज का आदमी नाम नहीं बताऊंगा इतनी बेइज्जती नहीं मिलता दूंगा कभी मिलन करके गए तो ध्यान रखना आते को घूमती हैं घुटने के बाद मैं फालतू गला फालतू प्रवचन का प्रवचन भी सुनते हैं टीवी में आता है ना उनका समाचार पर आप बेल दिया करते हैं रोटी एक है आता एक है लोहे एक है उनको अलग करके बता सकते हो क्या रोटी को बेल लिया उसको अलग कर सकते हो नहीं कर सकते टूट जाएगी टुकड़े हो जाएंगे लेकिन वो अलग नहीं होगी लेकिन जब वही रोटी बेलन धार से उठाती है और उठ कर के तवे पर चली जाति है और जब आज में फेक दी जाति है वह एक रोटी दो में परिवर्तित हो जाति है वह फूल जाति है इतनी हवा उसमें भर जाति है गैस भर जाति है वह दो हो जाति है अब देखिए एक आता चला था एक लोई बनी थी आप धीरे से ऐसा करोगे दो भागन में बट जय करता है रोटी दो भागन में बताती है तपस्या करने के बाद आज में तपने के बाद और आत्मा और शरीर अलग होता है आज में तपने के बाद तपस्या करने के बाद ध्यान रखना बिना टेप कुछ नहीं मिला करता है अपना तो बड़े सोना निखरता है तपने के बाद में नासिक है ना अंगूर में मिठास आई है तपने के बाद ध्यान रखना जितनी गर्मी पड़ेगी अंगूर उतना मीठा होगा आम उतना मीठा होती है तपस्या हमारे जीवन में उतार रहा है आज उत्तम तप का दिन है 


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