भगवान ने आपको गरीब क्यों बनाया है?धन के अभाव में जीने वाले लोग जरूर सुनें- कारण क्या है?


भगवान ने आपको गरीब क्यों बनाया है? धन के अभाव में जीने वाले लोग जरूर सुनें- कारण क्या है?

मां की चादर को पवित्र करिए एक अपना पारस एक मिला और मेरा एक भक्ति दिल्ली से उसने कुछ बोलियां दी थी हकीकत की घटना है दशहरा मैदान में मेरे प्रवचन चल रहे थे रिक्शे वाले से कहा की जैन मनी पलक सागर कहां के हैं कोई भी ग्राहक ए जाए सवारी ए जाए मैं नहीं बिठाने उनके प्रवचन जरूर सुनता हूं आओ मैं आपको उनके पास छोड़ देता हूं मैं बैठ गया जल्दी जल्दी में वो आदमी मुकुट गार्डन यहां पर मेरा शत्रुनास हुआ उतार गया रिक्शा वाला चला गया पसीने पसीने हो गया मेरे कमरे में बैठा थोड़ी डर बाद मुझे महाराज उनका क्या हुआ 10 लाख 12 लाख रुपए रखें थे उसमें वाला उसका कहां ढूंढेगा अरे बोले ऐसे कैसे गए आपने का दिया जाए तो गए ₹12 लाख महाराज में जाता हूं उसके बाद देखा हूं आहार से मैं लोटा रिक्शावाला 12 बजे मेरे कमरे में आया मैं नहीं जानता की वो कौन है लेकिन उसे व्यक्ति ने कहा की मैं महाराज का भक्ति हूं जिंदगी बन जाति बच्चे बन जाते मैं तो ले जाता लेकिन 15 दिन से आपकी प्रवचन सुन रहा हूं प्रवचन सुनने के बाद मेरे जमीन ने मुझे कहा की ये मत करो बाबुल गया है लेकिन मैं नहीं भूलूंगा मैंने उससे कहा रिक्शे वाले ने तेरे पैसे इनाम देश गरीब है जानते हो हमारी जैन समाज का धर्म निकाल के देता है मैंने कहा बेटा ये 12 लाख जा रहे थे लाख 50 क्या बिगड़ा है ₹1000 देता है इसलिए थोड़ी वापस किया है की मैं बदले में पैसा लूंगा लेकिन महाराज इसके लिए मैंने पैसे नहीं लूट है मैंने इसलिए लोट आए की वो जरूरतमंद आदमी होगा और पूरा दिन उसका कैसा कटेगा महाराज यदि चाहिए होते तो 12 लाख रख लेट नहीं चाहिए तो फटी कौड़ी भी मुझे नहीं चाहिए मैं आपका भक्ति हूं भले में जैन नहीं हूं मैं मुझे ₹1 भी इसे नहीं चाहिए मालूम है उसे दिन मुझे लगा की धनपति बहुत कंगाल है रिक्शे वाला बहुत मालामाल है आदमी चला गया और माननीय क्या होता है 10-12 लाख रख भी लेट हूं कितने दिन चलती है रख लेट भाग जाता तो आज कोई पलक सागर अजमेर के पंडाल में उसका नाम नहीं ले रहा होता है

लोग से बचाने का प्रयास करिए ईमानदारी से जिए वो रिक्शा वाला का बच्चा बीमा हो गया बीमा होने के बाद पास डॉक्टर साहब मेरा बच्चा मा जाएगा आप संभल सकते हो डॉक्टर ने कहा लो डॉक्टर ने इलाज किया फीस भी नहीं ली दबाव के पैसे भी ना लिए अस्पताल में एडमिट भी किया दवाइयां भी उपलब्ध कराई जो ठीक हो गया तुमने बहुत बड़ा एहसान किया है मुझमें पर डॉक्टर ने कहा नहीं तू जा ले जा मुझे पैसे की जरूर नहीं है तकलीफ हो गई उसे जाना था जल्दी अस्पताल लेकिन ट्रैफिक इतना की वह लेजम लगा रहे रिक्शा वाले ने देखा की डॉक्टर साहब परेशान हो रहे हैं अस्पताल ले गया डॉक्टर साहब ने कहा बोल कितना किराया हुआ आंखों में आंसू भरे आप मुझे भूल गए होंगे लेकिन मैं आपको नहीं भूल हूं डॉक्टर साहब मैं गरीब हूं आप अमीर हैं आपके पास पैसा बहुत है लेकिन मेरे पास भी मानवी था जब आप मेरे बच्चे का इलाज मुफ्त में कर सकते हैं मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा मेरे पास तो बहुत पैसा है तुम ले लो तुम्हें वुडन डॉक्टर साहब हजार डॉग 10000 डॉग होगा क्या उससे तकदीर में तो गरीबी ही लिखी है कोई बड़ी बात नहीं लेकिन मां भी आपको नष्ट नहीं करूंगा मेरा भी फर्ज है मैं आपको अब कम से कम अपने एहसान का बदला चुकाने का अवसर मुझे प्रधान कीजिए मान्यवर कुत्ता मत सोच लो वो परिहर संतोषी गन मैंने कहा ना शुरू में खूब पैसा कमाओ लेकिन एक बात याद रखो की तुम जैन हो एक बात याद रखो तुम जिंकुल में पैदा हुए हो एक बात याद रखो

पैसा कमाइए लेकिन एक बात याद रखना एक धर्म होता है एक धन होता है मिलता है धर्म सर की पगड़ी हुआ करता है 

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